बुधवार, 11 अगस्त 2021

लहुरी काशी के शेरपुर के लाल जमुना गिरि ने फूंक दिया गौसपुर का हवाई अड्डा और ले लिया अंग्रेजों से लौहा


गाजीपुर। तहसील मुहमदाबाद क्षेत्र में गोली से घायल होने के बाद भी शेरपुर के लाल यमुना गिरि ने अंग्रेजों के मजिस्ट्रेट मुनरो के सामने नहीं मांगी माफी इसलिए उन्हें 5 साल जेल में बहुत कष्टदायक परेशानियों का सामना करना पड़ा।

आइए सुनते हैं जमुना गिरि कि उनके परिजनों से पूरी कहानी।
भारत का वीर जवान हूं मैं, ना हिंदू, ना मुसलमान हूं मैं, जख्मों से भरा सीना है मगर, दुश्मन के लिए चट्टान हूं मैं, भारत का वीर जवान हूं
 पूर्व ग्राम प्रधान शेरपुर विद्यासागर गिरी ने बताया कि जमुना गिरि हमारे बड़े पिताजी थे ,प्राचीन भारत का इतिहास में शेरपुर के युवाओं ने स्वतंत्रता संग्राम का आंदोलन बहुत ही बढ़ चढ़कर के भागीदारी निभाने का काम किए थे। सबसे अधिक शहादत देने वाले नाम शेरपुर का स्वर्ण अक्षरों में अंकित है। इस मिट्टी से जन्मे जज्बाती छात्रों ने जमुना गिरी से कहा कि आपके बिना स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन अधूरा रहा है। आत्म साहस की प्रतिमूर्ति जमुना गिरी का साहस और बहादुरी से क्षेत्र के युवाओं के स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन के प्रति समर्पण भावना में कूट-कूट कर भरी दिये थे। महात्मा गांधी के आंदोलन भारत छोड़ो से प्रेरित होकर वह छात्र जीवन में ही स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन में कूद पड़े थे। स्वतंत्रता आंदोलन से प्रेरित होकर शेरपुर के 8 युवाओं ने 18 अगस्त 1942 को तहसील मोहम्मदाबाद के मुख्यालय में तिरंगा फहराने के दौरान देश की आन बान शान के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी और शेरपुर के जमुना गिरि छात्र जीवन में ही लड़ाई में कूद गए यही नहीं उन्हें तीन से चार दिनों में कई स्कूलों के छात्र को एकत्रित किया । और गौसपुर स्थित हवाई अड्डे को आग लगा दिया।इसमें अंग्रेजों द्वारा जबरदस्त फायरिंग हुई जिसमें जमुना गिरी और रामनिवास राय को गोली लग गई थी आज भी जब वीरों को याद किया जाता है तो छात्रों का महत्व गर्व से ऊंचा हो जाता है राष्ट्रपिता महात्मा गांधी द्वारा मुंबई ग्वालियर टैंक मैदान में अगस्त क्रांति का मैदान रहा 8 अगस्त 1942 को भारत छोड़ो आंदोलन की घोषणा की गई जिनको के हवाले भारतीय वासियों ने जोश लगाते हुए इन जिला मुख्यालय स्थित विद्यालय में पढ़ाई कर रहे शेरपुर के जमुना गिरी ने 11 अगस्त 1942 को हाई स्कूल डिवीजन तथा विक्टोरिया गवर्नमेंट स्कूल में पढ़ रहे थे। छात्र मित्रों को एकत्रित करके भारत मां को गुलामी की जंजीरों से मुक्त कराने के लिए स्वतंत्र आंदोलन में जमुना गिरि कूदकर अगले दिनों अगले दिन 12 अगस्त को तीन विद्यालयों में छात्र ने हड़ताल कर दिया तभी 13 अगस्त को आंदोलन का हिस्सा लेने वाले की रणनीति बनाने के बाद जमुना गिरी ने अपने सहयोगी मित्रों के साथ 14 अगस्त 1942 को गौसपुर के पास स्थित हवाई अड्डा पर आग लगा दी।
मैं जला हुआ राख नहीं अमरदीप हूं, जो मिट गया वतन पर, मैं वह शहीद हूं ………..जमुना गिरी
इसी से गाजीपुर की धरती वीरों की धरती कहा जाता है। जमुना गिरि अमर रहे अमर रहे।
जय हिंद



पत्रकार रविदेव गिरि 





मंगलवार, 10 अगस्त 2021

180 शीशी ब्ल्यू लाइम देशी शराब के साथ 02 अभियुक्त गिरफ्तार


गाज़ीपुर। 180 शीशी ब्ल्यू लाइम देशी शराब के साथ 02 अभियुक्त गिरफ्तार किया गया। मुखबिर की सूचना पर मगरखाई तिराहा थाना गहमर गाजीपुर के पास अभियुक्त अवधेश चौधरी पुत्र अमीर चन्द्र चौधरी नि0 सिकरौल थाना राजपुर जनपद बक्सर बिहार और बजरंगी चौधरी पुत्र स्व0 दीनानाथ चौधरी नि0 सिकरौल थाना राजपुर जनपद बक्सर बिहार के पास से 180 शीशी देशी नाजायज शराब मात्रा 200 ML बरामद हुआ जिसके सम्बन्ध मे थाना स्थानीय पर मु0अ0स0 194/21 धारा 60 आबकारी अधि0 का अभियोग दर्ज कर अभियुक्त के विरुद्ध विधिक कार्यवाही की जा रही है।

पत्रकार रविदेव गिरि

खेत में रखवाली करते समय विद्युत करंट की जद में आने से किसान की मौत

गाजीपुर: मोहम्मदाबाद कोतवाली क्षेत्र के गोलाघाट में सोमवार की रात खेत की रखवाली के लिए लगाए तार आ रहे करेंट लगने से किसान की मौत हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार मोहम्मदाबाद क्षेत्र के शहनिंदा नोनियापुरा का रहने वाला किसान गया चौधरी उम्र 50 वर्ष गोलाघाट में कुछ खेतों को पेशगी पर लेकर सब्जियों की खेती करता था। खेत में ही मड़ई डालकर रहता था और खेत की रखवाली करता था।
खेत में जानवर प्रवेश न करे, इसके लिए चारों तरफ कटैला तार लगा रखा था। तार के पास ही ट्रांसफार्मर और बिजली का खम्भा भी है। किसी कारणवश कटैला तार में करेंट प्रवाहित हो गया। रात में करीब आठ बजे पुत्र राहुल पिता के लिए खाना लेकर खेत और पिता को पुकारा। बेटे के पुकारने पर कटैला तार को लांघकर आ रहे किसान गया चौधरी दौरान करेंट की चपेट में आ गया। बेटे ने किसी तरह से बांस से पिता को तार से छुड़ाया। इस घटना की सूचना होने पर परिजनों के साथ ही ग्रामीण भी मौके पर पहुंच गए। आनन-फानन में उसे ट्रामा सेंटर ले आया जहां, डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक के तीन पुत्र और तीन पुत्रियां हैं। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।


गाजीपुर गंगा में जलस्तर वृद्धि का सिलसिला जारी, नगर में घुसा बाढ़ का पानी

गाजीपुर। गंगा के जलस्तर में एक सेंमी प्रति घंटा का रफ्तार से बढ़ाव जारी है। पतित पावनी एक तरफ जहां जिले के विभिन्न सड़कों के साथ ही गांव में कब्जा है। यह अब यह नगर में भी इन कर चुकी है। नगर के खुदाईपुरा, लकड़ी के टाल में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। खुदाईपुरा में बाढ़ के पानी से कई मकानों के साथ ही दुकान घिर गए है। इससे लोगों की बेचैनी बढ़ने लगी है। जलस्तर में इसी तरह से बढ़ाव जारी रहा तो एक-दो दिन में नगर के अन्य इलाकों में भी बाढ़ का नजारा दिखाई देने लगेगा। मालूम हो कि पिछले कई दिनों से कभी तेज तो कभी धीमी रफ्तार से गंगा में जलस्तर वृद्धि का सिलसिला जारी है। जिले के कई मार्गों पर बाढ़ का पानी बह रहा है। एक तरफ जहां कुछ मार्गों पर आवागमन ठप हो गया है, वहीं कइयों पर पानी के बीच से जान जोखिम में डालकर लोग आवागमन करने को विवश है। अब पतित पावनी नगर की तरफ रुख करने लगी है। सोमवार की देर रात नाला के माध्यम से नगर के खुदाईपुरा, लकड़ी के टाल पर बाढ़ का पानी पहुंच गया। लकड़ी का टाल-खुदाईपुरा मार्ग पर खुदाईपुरा में दर्जनों मकान-दुकान बाढ़ के पानी से घिर गए। इससे एक तरफ जहां आवागमन करने वालों की परेशानी बढ़ गई है। वहीं घरों में रहनों वालों की दुश्वारियां। पानी की वजह से ग्राहकों के न आने से दुकानदारों के सामने रोटी-रोटी के संकट भी खड़ा हो गया। तमाम बच्चों के लिए बाढ़ मौज-मस्ती का साधन बन गया है। वह पानी में उछल-कूद कर रहे हैं। जल आयोग के कर्मचारी हसनैन ने बताया कि मंगलवार को एक सेंमी प्रति घंटा की रफ्तार से जलस्तर में वृद्धि जारी रहा। दिन में 11 बजे 64.240 पर गंगा बह रही थी।

गाजीपुर कांग्रेस के जलूस को पुलिस ने बलपूर्वक रोका


गाज़ीपुर।‌ गाज़ीपुर सदर विधानसभा में भाजपा गद्दी छोड़ो मार्च निकालते समय पुलिस ने कांग्रेसजनों को बलपूर्वक रोका, बावजूद उसके प्रदर्शन मार्च अपने नियत रुट से लंका पहुच ही था कि भारी संख्या में भाजपा सरकार के निर्देश पर स्थानीय कोतवाली पुलिस ने बलपूर्वक रोकने का प्रयास किया लेकिन कांग्रेसियों ने जी जान लगाकर प्रदर्शन किया और सरकार विरोधी नारे लगाए।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर आज दूसरे दिन भी जिला कांग्रेस कमेटी की अगुवाई में अगस्त क्रांति यात्रा के तर्ज़ पर तीन विधानसभाओ क्रमशः सदर, ज़मानियाँ, और सैदपुर में कांग्रेस कार्यकर्ताओ और स्थानीय पदाधिकारियों ने गांधीवादी तरीके से कोविड प्रोटोकाल के तहत पदयात्रा निकाल कर “भाजपा सरकार गद्दी छोड़ो” का नारा बुलंद कर जन जागरण अभियान चलाया। जिसे सदर विधानसभा में पुलिस ने बलपूर्वक रोकने का प्रयास किया। वर्तमान भाजपा सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार, महंगाई, बेरोजगारी तथा महिलाओं की सुरक्षा को लेकर काँग्रेस प्रदेश सचिव और गाज़ीपुर कांग्रेस पार्टी के प्रभारी और युवा नेता राहुल राजभर और जिलाध्यक्ष सुनील राम की अध्यक्षता में प्रदर्शन किया गया और सरकार विरोधी नारे लगाए गए। सदर विधानसभा में कोंग्रेसजनो ने सिटी रेलवे स्टेशन कार्यालय से सरजू पांडेय पार्क तक गांधीवादी तरीके से मार्च निकालेने के लिए बढ़े और सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ नारे बाजी की, लेकिन पुलिस ने जबरदस्ती करते हुए मार्च रोकने का प्रयास किया।
प्रदर्शन के दौरान गाज़ीपुर कांग्रेस प्रभारी राहुल राजभर जी ने बताया कि सन 1942 में इसी अगस्त क्रांति के दौरान महात्मा गांधी ने अंग्रेजों के जुल्मों सितम के खिलाफ भारत छोड़ो का नारा बुलंद किया था, हमारी नेता बहन प्रियंका जी और लोकप्रिय प्रदेश अध्यक्ष लल्लू जी के आह्वान पर जो सरकार निकम्मी है वो सरकार बदलनी है के नारे के साथ भाजपा सरकार गद्दी छोड़ो का भी नारा हम लोगों ने बुलंद किया है और आने वाले विधानसभा में यूपी से भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकना है। उन्होंने कहा पुलिस चाहे जितनी ज्यादती कर ले हम अपनी बात कहेंगे।
पुलिस विरोध का सामना करते हुए कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुनील राम ने शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों को नमन करते हुए कहा कि आज देश में किसान परेशान हैं, छोटे छोटे व्यापारी और मध्यमवर्गीय लोग परेशान हैं, महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और अपराध पर ये सरकार पूरी तरह से मौन है, और घमंड में चूर इस सरकार को हटाना है। इसलिए इस निकम्मी और घमंडी सरकार को बदलना है और हम सब कॉंग्रेस कार्यकर्ताओ ने अपने पूर्वजों और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को नमन करके ये प्रण लिया है कि भाजपा को गद्दी से हटाकर ही दम लेंगे।
लंका पर पुलिस द्वारा रोकने के बावजूद शहीदों को नमन करके प्रदर्शन करने वालों में प्रमुख रूप से एआईसीसी सदस्य और पूर्व विधायक अमिताभ अनिल दुबे ने कहा कि लोकतंत्र में हमें अपनी बात कहने का पूरा अधिकार है और जो सरकार आम जनता को मूल भूत आवश्यकता और सुरक्षा भी दे सके उसे गद्दी पर बैठने कोई हक नहीं है, इसलिए हम नारा देते हैं कि भाजपा तुम गद्दी छोड़ो। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने जो कहा था उसे पूरा नहीं की और जाति, धर्म सम्प्रदाय और क्षेत्रवाद की राजनीति कर समाज को बाँटने का काम कर रही है और महंगाई बेरोजगारी जैसे मुद्दों से लोगो का ध्यान भटक रही है, इसे सरकार में रहने का कोई हक नहीं। शहर अध्यक्ष सुनील साहू ने कहा कि पुलिस के बल पर लोकतांत्रिक तरीके से विपक्ष को अपनी बात भी कहने नहीं दिया जा रहा है।

तीनो विधानसभाओं में प्रदर्शन के दौरान कोंग्रेसजन ने स्वतंत्रता सेनानियों को नमन करते हुए प्रदर्शन किया, वरिष्ठ कांग्रेसी मार्कण्डेय सिंह ने कहा कि कांग्रेस को लाएंगे, फिर अच्छे दिन आएंगे का हम सबने संकल्प लिया है और आगामी विधानसभा चुनावों में भाजपा को हटाकर कांग्रेस की सरकार उत्तर प्रदेश में लाएंगे।

इस अवसर पर प्रदर्शन में मुख्य रूप से जिला अध्यक्ष सुनील राम, गाजीपुर प्रभारी राहुल राजभर, पूर्व प्रदेश सचिव श्री रवि कांत राय, सफीक अहमद ,लाल साहब यादव ,मंसूर जैदी, राजीव सिंह, अजय कुमार श्रीवास्तव, चंद्रिका सिंह, राजेश गुप्ता, कुसुम तिवारी, हरिवंश चौहान, अखिलेश्वर प्रसाद सिंह,सतीश उपाध्याय,राम नगीना पांडे राम प्रकाश बिंद जितेंद्र बिंद प्रदीप निषाद विद्याधर पांडे ,उषा चतुर्वेदी, महबूब निशा, अंशु पांडे आशुतोष गुप्ता, रूद्रेश निगम, रोहित खरवार, सीमा विश्वकर्मा, शबीहुल हसन ,आदिल, शैलेंद्र सिंह, राकेश राय, अखिलेश राय, संजय राय ,मिलिंद सिंह, राम नगीना पांडे ,अभय गुप्ता, अछैवर बिन्द, डॉक्टर सुमेर कुशवाहा, संदीप विश्वकर्मा, अनुराग पांडे,ज्यूत यादव सतीश श्रीवास्तव सफीउल्लाह रहमती, राशिद भाई, शमीउल्लाह ,अवधेश भारती,शेरखान, विभूति राम मुसाफिर बिंद शेषनाथ दुबे ओम प्रकाश पासवान ओम प्रकाश भारद्वाज गायत्री देवी शशिकांत शीला देवी बागेश्वर देवी नंदलाल राम आदि सैकड़ों की संख्या में कांग्रेस के कार्यकर्ता मौजूद थे ।

सोमवार, 9 अगस्त 2021

शहीदों के गांव शेरपुर में मंडरा रहा है कटान का खतरा


गाज़ीपुर। एशिया के कुछ एक बड़े गांवो में शुमार हमारा शहीदी गांव शेरपुर जो अपनी पहचान का मोहताज नहीं है (सन 1942 का जन विद्रोह और फिर एक दिन में ही गांव के आठ लाल अपने प्राणों की आहुति हंसते देश की स्वतंत्रता के लिए दे दिए और अनगिनत नवयुवक स्वतंत्रता संग्राम की हवन कुंड में हंसते हुए अपने आपको झोंकने से नही कतराए)। आज वही गांव सरकारी उदासीनता के चलते अपने अस्तित्व के संकट से जूझ रहा है और उसपर गंगा के कटान का बड़ा खतरा मंडराने लगा है। और यह कुछ महीनों कुछ सालों से नहीं दशकों से उदासीनता का शिकार बना हुआ है यहां। चुनाव में बड़े-बड़े दिग्गज आते हैं वोट के लिए बहुत सारे लोक लुभावन वादे भी करते हैं कुछ लोग तो भीष्मपितामह की तरह गंगा की धारा बदलने तक की बात कर चुके हैं लेकिन धरातल पर देखा जाए तो वह केवल राजनीतिक रोटियां ही सेंकी गई है गांव के अस्तित्व से उनका कोई सरोकार या लेना देना नहीं होता है। इसी गांव का एक भाग सेमरा पहले से ही ऐसी कटान से अपना अस्तित्व गवां चुका है और आज भी वहां के रहने वाले लोग विस्थापितों की जिंदगी जी रहे हैं। लेकिन ये चुनावी सपोले तभी वोट रूपी दूध पीने आते हैं जब चुनाव आता है और उसके बाद फन उठाए उन्ही वोटर को डसने के लिए तैयार रहते है। अभी कान्हा एकदम से सरासर अन्याय होगा कि इस पर कुछ काम नहीं हुआ है बरसात से पहले थोड़ा सा प्रशासन इस गांव के लिए एक्टिव मोड में आता है बोल्डर गिराता है और बाढ़ में बह जाता है। वास्तव में अगर कहा जाए तो मात्र दिखावे के लिए प्रशासन गांव के लिए काम करता है जबकि वास्ता में ये काम भी अपने पाकिट को भरने के लिए करता है क्योंकि बोल्डर चाहे दो ट्रक गिराया दो हजार ट्रक बरसात से ठीक पहले कागजी खाना पूर्ति जोरो पर करके बाढ़ में बह दिया जाता है। इसमें माननीय लोगों के साथ साथ प्रशासनिक अधिकारियों की ही केवल बल्ले बल्ले रहती है गांव वासियों के लिए तो अस्तित्व का संकट हमेशा बना ही रहा है। समय रहते अगर यह काम नहीं हुआ तो हमारा ऐतिहासिक गांव गंगा में विलीन हो जाएगा। इतनी बड़ी आबादी फुटपाथ पर आ जाएगी इतने सारे लोग बेघर हो जाएंगे और जब वह भयावह स्थिति हमारे सामने आएगी फिर क्या होगा कैसा वह दृश्य होगा इसका सोच सोचकर भी आत्मा हिल जाती है आने वाला वर्ष प्रदेश में चुनावी वर्ष होगा और चुनावी वर्ष में इस तरह की समस्याओं के लिए वादे और दावे फिर से जरूर किए जायेंगे। लेकिन यह ऐतिहासिक गांव गंगा में विलीन होकर इतिहास बने उससे पहले बच जाए और अब तो सही में भगवान ही मालिक है इस त्रासदी का।

पत्रकार रविदेव गिरि

गाजीपुर जिलाधिकारी और पुलिस कप्तान ने बाढ़ क्षेत्रों का किया निरीक्षण

गाजीपुर। गंगा के जल स्तर में लगातार बढ़ोतरी को देखते हुए सोमवार को जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने क्षेत्रीय अधिकारियों के साथ नाव से विभिन्न गांव के दौरा किया। बाढ़ की स्थित को देखते हुए संबंधितों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया।
जिलाधिकारी मंगला प्रसाद और पुलिस अधीक्षक डा. ओमप्रकाश सिंह ने अन्य अधिकारियों के साथ नाव से ब्लाक क्षेत्र के नसीरपुर, अठाहठा, बीरउपुर, नगदिलपुर, परमानंदपुर आदि गांवों का दौरा किया। इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि ग्राम प्रधान, सचिव, लेखपाल, आशा, एएनएम, गांव में कैम्प करेंगे तथा लोगों समस्या को सुनेंगे और उसका निस्तारण जल्द से जल्द करेंगे। कहा कि किसी को भी थोड़ी भी तबियत खराब हो तो तत्काल इसकी सूचना आशा एएनएम तथा डाक्टर को दें।
कोटेदारों से कहा कि किसी का भी अनाज बकाया नहीं रहना चाहिए। पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिया कि गांव में घूमकर कर कैंप करें। कहा कि कोई भी परिवार भूखा नहीं सोएगा, सबके लिए अनाज तथा पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था तत्काल कराई जाएगी। कहा कि कार्य में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। ग्रामीणों ने कई समस्याओं से जिलाधिकारी को अवगत कराया गया। डीएम ने उसका समाधान कराने का आश्वासन दिया। इस दौरान एसडीएम सेवराई रमेश मौर्य, रेवतीपुर वीडीओ सुरेंद्र सिंह राणा एवं क्षेत्रीय लेखपाल, सचिव आदि मौजूद रहे।

कार की टक्कर लेकिन बाल-बाल बचे लोग

(दुल्लहपुर)गाजीपुर। स्थानीय थाना क्षेत्रांतर्गत अमारी रेलवे क्रासिंग पर शुक्रवार की देर रात एक तेज रफ्ता...