शनिवार, 21 अगस्त 2021

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व राजस्थान के पूर्व राज्यपाल श्री कल्याण सिंह जी नहीं रहे

उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह का शनिवार रात निधन हो गया है। अभी अभी मिले समाचारों के अनुसार उन्होने 89 वर्ष की आयु में लखनऊ के एसजीपीजीआई चिकित्सालय में अंतिम सांस ली।
कल्याण सिंह लंबे समय से बीमार चल रहे थे एवं उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ने के समाचारों के बाद उत्तरप्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने गोरखपुर दौर को बीच में छोड़कर लखनऊ पहुंच गए थे।
विदित रहे कि कल्याण सिंह राम मंदिर आंदोलन की अगुवाई करने वाले भाजपा नेताओं में शामिल थे एवं दो बार उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री रहे थे।

गाजीपुर करंडा क्षेत्र के इस विद्यालय में हेडमास्टर साहब ही साढ़े ग्यारह बजे तक रहते हैं अनुपस्थित




- प्राथमिक विद्यालय माहेपुर में कौन है हेड मास्टर आनन्त कुमार सिंह,जो सुबह साढ़े ग्यारह बजे भी रहते हैं स्कूल से गायब
गाजीपुर। करंडा क्षेत्र के ग्राम सभा माहेपुर में स्थित प्राथमिक विद्यालय जिसमें हेडमास्टर आनन्त कुमार सिंह सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे विद्यालय में अनुपस्थित मिले।
कई दिनों से सूचना मिल‌ रही थी कि हेडमास्टर साहब रजिस्टर में उपस्थित लगाकर नदारद रहते हैं।
शनिवार को सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे अल्पायु एक्सप्रेस न्यूज की टीम पहुंची तो मीडियाकर्मियों को देखते ही सहायक अध्यापक ऋषि सिंह भड़क गये और मीडियाकर्मियों को फोटो खींचने से मना करने लगे। मीडिया को देखते ही विद्यालय के शिक्षकों और शिक्षिकाओ में अफरा तफरी मच गई। शिक्षक हेडमास्टर आनन्त सिंह को फोन करने लगे फिर क्या हेडमास्टर साहब को आने में एक घंटा लग गया और विद्यालय आते ही मीडियाकर्मियों को चैलेंज देने लगे और अपनी सफाई देते हुए कार्य का बहाना बताने लगे और कहने लगे ग्यारह वर्षों में पहली बार कोई मीडिया मेरी बयान ले रही है बात यही तक नहीं रही मीडिया कर्मियों का ही फोटो खींचने के लगे।
मालूम हो कि प्राथमिक विद्यालय माहेपुर करंडा में हेडमास्टर आनन्त कुमार सिंह और सहायक अध्यापिका जानकी चौहान अनुपस्थित मिले,और सहायक अध्यापक मनीष शंकर, सहायक अध्यापक ऋषि सिंह , शिक्षा मित्र नीलम यादव, शिक्षा मित्र पूनम यादव उपस्थित मिले।
सूत्रों का कहना है कि हेडमास्टर आनन्त कुमार सिंह रजिस्टर में उपस्थिति लगाकर दिन भर विद्यालय से गायब रहते हैं अपने आप को हेडमास्टर नहीं नेता समझते हैं।

*_बोले अधिकारी_* - मीडिया के माध्यम से मामला संज्ञान में आया है कि हेडमास्टर आनन्त कुमार सिंह विद्यालय में अनुपस्थित थे, जांच करके कड़ी कार्यवाही की जायेगी - *_बेसिक शिक्षा अधिकारी गाजीपुर_*

खबर के माध्यम से जानकारी मिली है जांच की जायेगी जो भी विद्यालय में अनुपस्थित होगा उसके खिलाफ कार्यवाही की जायेगी - *_रमेश श्रीवास्तव बीईओ करंडा_*

पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के चलते सड़क पर जमे पानी से भयावह स्थिति उत्पन्न हो रही , यात्रियों को बहुत कष्ट से यात्रा करना पड़ रहा है


पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के चलते सड़कों पर जमे पानी से भयावह स्थिति उत्पन्न हो रही है। बाराचँवर विकास खंड कार्यालय से लेकर बाजार से जैसे ही आप बाहर निकलते हैं सामने पड़ता है आपके नेशनल हाईवे और उसके बाद शुरू होता है रास्ते का वह हस्र जो आप सोच भी नहीं सकते। बाराचंवर मुख्यालय से लेकर करीबन 3 किलोमीटर की दूरी तक पानी का ऐसा जलजमाव हो गया है कि ऐसा लगता है मानो सड़क नहीं तो कहीं का तलाब है। जिसको लंबे समय से छोड़ देने के कारण कहीं 2 फीट तो कहीं 4 फीट बड़े गड्ढे नजर आते। अगर यही कहा जाए तो छोटे वाहन जैसे दो पहिया वाहनों के लिए तो बहुत ही मुश्किल और दर्दनाक हो गया है यात्रा करना ,कब कौन सा यात्री पानी की आगोश में समा जाए , कब उसकी बाइक फिसल कर उसको एक नए दर्दनाक हादसे को बुलावा दे रही हो , इसका कोई एहसास नहीं। इतनी खराब स्थिति होने के बावजूद लोगों का आवागमन लगातार जारी है , ऐसी स्थिति उत्पन्न होने के बावजूद प्रशासन के द्वारा अभी तक कोई भी उसकी सुध नहीं ली गई प्रशासन ऐसी अनदेखी एक बड़े हादसे की ओर संकेत कर रही है। विभिन्न गांव के मोहल्लों से निकला रास्ता विकासखंड मुख्यालय से से जुड़ता यह रास्ता बहुत ही मुख्य मार्ग जो बलिया व गाजीपुर को जोड़ता है, इधर इसी बीच स्कूल भी खुल गए हैं , कोचिंग भी खुल गई हैं और ऐसी स्थिति में ऐसे मार्ग पर बच्चों का निकलना बहुत ही भयावह है । दिलशादपुर गांव के गेट के सामने से अजीजपुर चट्टी तक सड़क की दुर्दशा हो गई है भारी बारिश के कारण दिलशादपुर गेट के सामने से अजीजपुर चट्टी तक जल जमा और कीचड़ में लोगों को यात्रा करना पड़ रहा है। आए दिन प्रतिदिन यात्रियों को बहुत से दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है व दुघर्टना का शिकार हो जा रहे हैं बारिश के कारण और सड़क पर जलजमाव से बच्चे सुबह कोचिंग पढ़ने भी नहीं जा रहे हैं, सड़क की इतनी दुर्दशा भारी वाहनों से खराब हो गई है कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के चलते सड़कों की बहुत दुर्दशा हो गई है। कहीं 2 फीट गड्ढा तो कहीं 3 फीट गड्ढा हो गए हैं। आए दिन प्रतिदिन दुर्घटना बढ़ती ही जा रही है।सड़क इतनी खराब हो गई है कि कब कहां कौन सी गाड़ी फस जाएगी व रास्ता जाम हो जा रहा है। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की वजह से क्षेत्र के सारे रोड बिखर गए हैं। जिससे यात्रियों को बहुत सी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। आखिर कब तक इस परेशानियों का यात्रियों सामना करना पड़ेगा। प्रशासन इस समस्या का समाधान जल्द से जल्द कुछ निकले, नहीं यहां कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है नहीं तो आंदोलन के लिए जनता उग्र हो गई है ।


पत्रकार-रविदेव गिरि
 

गाजीपुर:फाँसी के फंदे से लटका मिला विवाहिता का शव

  रिपोर्ट: अमित उपाध्याय                                 

गाजीपुर। नंदगंज थाना क्षेत्र के चौकहवा रसूलपुर गांव में शुक्रवार की देर रात एक विवाहिता  पिंकी यादव(27) की करकट के पाइप में साड़ी के फंदे से लटककर सन्दिग्ध परिस्थितियों में  मौत हो गयी।मौके पर पहुची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पिकी यादव की शादी 3 वर्ष पूर्व चौकहवा रसूलपुर निवासी गोलू यादव के साथ हुई थी। पिकी की मौत के समय उसका पति घर पर मौजूद नही था। गोलू की माँ  उसकी बहन व पत्नी पिकी घर पर रहते थे।गोलू सूरत काम करने गया था। पति ने ही पिंकी के फाँसी लगाकर कर मरने की सूचना फोन से अपने ससुराल वालों को दी। पिता रामप्रसाद यादव  ने बताया कि मेरे दामाद गोलू यादव ने फोन से सूचना दिया आपकी पुत्री पिकी यादव ने साड़ी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर लिया है।जिसकी सूचना रामप्रसाद यादव निवासी नसीरपुर बारिया थाना बहरियाबाद ने पुलिस को सूचना दी ।पिता की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुची तो मृतका का शव  आंगन में चारपाई पर लिटाया हुआ था।जिसे कब्जे में ले पुलिस थाने ले आयी। माँ उर्मिला देवी ने कहा कि मेरी पुत्री ने आत्महत्या नही किया है ।बल्कि उसकी हत्या की गयी है उसने अपनी पुत्री की हत्या में का हाथ बताया। थानाध्यक्ष सत्येंद्र राय ने कहा कि तहरीर मिली पोस्टमार्टम के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पायेगी।

झोला छाप डॉक्टर व बिना रजिस्ट्रेशन के ख़ुशी सर्जिकल अस्पताल ने ली महिला की जान

रिपोर्ट: अमित उपाध्याय

 ज़मानिया/ गाजीपुर। 'कहावत है निम हकीम ख़तरे जान' हम आपको बता दें किे ये कहावत ज़मानिया दिलदारनगर रोड पर स्थित ख़ुशी हॉस्पिटल एंड सर्जिकल पर फिट बैठती है, जो कि बुधवार रात को करीब पौने नौ बजे एक महिला मरीज इलाज करवाने अपने परिजनों के साथ आती हैं। और वह बात चीत भी कर रही थी। उसको डाक्टर ने पानी चढ़ाया और इंजेक्शन लगाया, इंजेक्शन लगाने के लगभग 10 से 15 मिनट के बाद उसकी मृत्यु हो गई, जब अस्पताल के प्रबंधक डॉ. डी. प्रसाद से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उस महिला को गैस चढ़ा था, उसी का इंजेक्शन दिया गया था। ये सारी घटना एक हिन्दी दैनिक अखबार के संवाददाता के सामने घटित हुई बताया जा रहा है। इस प्रकरण में स्थानीय प्रशासन और जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी से आखिरकार जनता जानना चाहती है कि ऐसे फर्जी झोला छाप डॉक्टरों और बिना रजिस्ट्रेशन के अस्पताल चलाने की अनुमति देकर लोगो को मौत के मुँह में क्यो ढकेला जा रहा है? ऐसे कुकृत्य को बढ़ावा देने के बजाय फ़र्जी ढंग से अस्पताल चलाने वालों को सलाखों के पीछे डाले। न कि आम जनता के जिंदगी से खुल्लम खुल्ला मौत का खेल खेल। क्षेत्र में जन चर्चा है, छोला छाप डॉक्टर आये दिन किसी न किसी मरीजों के जान के साथ खिलवाड़ करते हुए जान लेलेते हैं। और योगी सरकार में जिला के आला अधिकारी कान में तेल डाल मौन बैठे हैं। हमारे मीडिया प्रतिनिधि ने एसीएमओ गाजीपुर से बात करने की कोशिश की उनका फोन नहीं लगा।उसके बाद सीएमओ गाजीपुर के सीयूजी नम्बर से इस प्रकरण में फोन पर बात करनी चाहिए लेकिन उनका फोन पूरी घंटी बजने के बाद भी नहीं उठ पाया।

कार की टक्कर लेकिन बाल-बाल बचे लोग

(दुल्लहपुर)गाजीपुर। स्थानीय थाना क्षेत्रांतर्गत अमारी रेलवे क्रासिंग पर शुक्रवार की देर रात एक तेज रफ्ता...