शुक्रवार, 3 सितंबर 2021

गाजीपुर:जिलाधिकारी की अधिकारियों के खिलाफ ऐसा कार्यवाही





गाजीपुर। जिलाधिकारी एम पी सिंह की अध्यक्षता में शुक्रवार को विकास भवन सभागार में 37 बिन्दु, क्रिटिकल गैप्स, मुख्यमंत्री की घोषणा/विकास कार्याे की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने चिकित्सा, समाज कल्याण, दिव्यांग, प्रोबेशन, कृषि, जल निगम, बेसिक शिक्षा, गन्ना, विद्युत, सहकारिता, आर. ई. एस, बाल विकास, सिचाई, लोक निर्माण विभाग, सेतु निगम एवं आई जी आर एस आदि विभागो द्वारा करायी जा रही शासन की योजनाओ के विभिन्न कार्याे की विस्तार पूर्वक समीक्षा की गयी। बैठक में जिलाधिकारी मुख्य मंत्री आवास योजना ग्रामीण में लक्ष्य के सापेक्ष खराब प्रगति वाले विकास खण्डो के खण्ड विकास अधिकारियों के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही का निर्देश दिया। मिशन कायाकल्प के तहत विद्यालयो में कराये जा रहे कार्याे की खराब प्रगति पर जिला पंचायत राज अधिकारी, बेसिक शिक्षा अधिकारी एवं समस्त खण्ड विकास अधिकारियों को स्पष्टिकरण देने का निर्देश दिया तथा मुख्य चिकित्साधिकारी, अधीशासी अभियन्ता जल निगम, बेसिक शिक्षा अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्देश दिया। बैठक में  मुख्य विकास अधिकारी श्रीप्रकाश गुप्ता, मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला विकास अधिकारी भूषण कुमार, परियोजना निदेशक बाल गोविन्द, समाज कल्याण अधिकारी राम विलास यादव, डी0एस0ओ0 कुमार निर्मलेन्दू, अधिशासी अभियन्ता विद्युत, जल निगम, देवकली पम्प कैनाल, अधिशासी अधिकारी नगर पलिका/पंचायत, एवं अन्य जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

रिपोर्टर: अमित उपाध्याय

गाजीपुर शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रो में विद्यालयो के 100 मीटर के दायरे में कोई मदिरा की दुकानें न हो - जिलाधिकारी





गाजीपुर। राष्ट्रीय बाल अधिकारी संरक्षण आयोग नई दिल्ली द्वारा प्राप्त निर्देश के क्रम में बच्चो के बीच नशीली दवाओ और मादक द्रव्यो के सेवन के रोकथाम के सम्बन्ध में जिलाधिकारी एम पी सिंह की अध्यक्षता में शुक्रवार को राईफल क्लब सभागार में बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने जिला आबकारी अधिकारी को निर्देश दिया कि जनपद में कुल 1507 मेडिकल की दुकाने है जिसपर कुल 10 से 20 प्रतिशत सी सी टी वी कैमरे लगे है तथा मदिरा मदसेद के कुल 376 दुकाने है जिसपर कुल 30 प्रतिशत सी सी कैमरे लगे है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि जनपद में कुल 2269 विद्यालय है। जिसपर जिलाधिकारी ने सख्त निर्देश दिया कि शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रो में विद्यालयो के 100 मीटर के दायरे में कोई मदिरा स्वापक आदि की दुकाने न हो।

रिपोर्टर: अमित उपाध्याय

गाजीपुर डीएम ने सुनी लोगों की समस्‍याएं


गाजीपुर।शासन के निर्देशानुसार जिलाधिकारी एमपी सिंह ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट स्थित अपने कक्ष में जनता दर्शन में आये जन सामान्य की कोविड-19 की थर्मल स्कैनिंग तथा सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन कराते हुए समस्याओं/शिकायतों को गम्भीरता पूर्वक सुनकर उसका समय से निस्तारण हेतु सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया। जिलाधिकारी ने जनता दर्शन में प्राप्त प्रार्थना पत्रो को संबंधित अधिकारियों को निस्तारण हेतु प्रेषण करने के निर्देश उपस्थित अधिकारियों को दिये। उन्होंने निर्देशित किया कि संबंधित अधिकारी प्राप्त शिकायतों का निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर करना सुनिश्चित करते हुए पोर्टल पर अपलोड कराने का निर्देश दिया, इसमें किसी प्रकार की शिथिलता क्षम्य नहीं की जायेगी।

रिपोर्टर: अमित उपाध्याय

पांच बाइकों के साथ दो अंतर्जनपदीय वाहन चोर गिरफ्तार



गाजीपुर। दुल्लहपुर थाना पुलिस को कामयाबी मिली पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना पर अलसुबह गाजीपुर आजमगढ़ सीमा के समीप से दो अंतर्जनपदीय वाहन चोरों को एक अवैध तमंचा मय जिंदा कारतूस तथा चोरी की पांच बाइकों के साथ धर दबोचा है।                    
 पुलिस को यह सफलता गाजीपुर आजमगढ़ सीमा के हरदासपुर खुर्द गांव के पास मिली।
गिरफ्तार अभियुक्त निलेश सिंह उर्फ भगेलु पुत्र शिव शंकर सिंह निवासी गोवर्धनपुर थाना तरवां जनपद आजमगढ़ तथा दूसरा अभियुक्त राहुल बासफोर पुत्र गुलाब बासफोर निवासी रासेपुर थाना तरवां आजमगढ़ का निवासी है।
 इस बाबत थानाध्यक्ष संजय मिश्र ने बताया कि पकड़े गए अभियुक्त, गैर जनपदों में दर्जनों मुकदमे के वांछित अभियुक्त हैं। बताया गया कि वाहन चोर अपनी पुरानी बाइक को छोड़कर नई बाइक को लेकर फरार हो जाते थे और नए बाइकों को चुराकर अपने शौक पूरा करते थे। गिरफ्तार अभियुक्तों के विरुद्ध विधिक कारर्वाई करते हुए पुलिस ने उन्हें न्यायालय में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेंज दिया गया।
  गिरफ्तार करने करने वाली टीम थानाध्यक्ष संजय कुमार मिश्र, उपनिरीक्षक मनोज तिवारी, हेड कांस्टेबल राकेश कुमार पांडेय,अवधेश राय, राजेश कुमार, रणजीत सिंह, विवेक पांडेय,आशुतोष कुमार पटेल व आदित्य यादव शामिल रहे।

पत्रकार रविदेव गिरि

गाजीपर:संदिग्ध परिस्थितियों में विवाहिता की मौत

मां ने मृतका के पति सहित चार लोगों पर लगाया दहेज हत्या का आरोप, दिया तहरीर


गाजीपुर। कासिमाबाद कोतवाली क्षेत्र के राजापुर कला गांव में एक विवाहिता की संदिग्ध परिस्‍थ‍ियों में मौत हो गई। मायके वालों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया। विवाहिता की मां ने मृतका के पति सहित चार लोगों के खिलाफ दहेज हत्या की तहरीर दी है। पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई। जानकारी के मुताबिक बरेसर थाना क्षेत्र के मुस्तफाबाद गांव निवासी देवनाथ राजभर की पुत्री मनीषा की शादी 6 मई 2019 को कासिमाबाद थाना क्षेत्र के राजापुर कला गांव निवासी गुल्लू राजभर के पुत्र अखिलेश के साथ हुई थी। गुरुवार की रात मनीषा की संदिग्ध अवसथा में मौत हो गई। सूचना मिलने पर परिवार के लोग सुबह पहुंचे। मायके वालों ने आरोप लगाया कि उन लोगों से विवाहिता कि मौत की सूचना मिली। उसके बाद जब वह उसके घर पहुंचे तो लड़की का शव घर के बाहर रखा था। उन्होंने आरोप लगाया कि मनीषा को दहेज में 2 लाख रुपया व भैंस की मांग को लेकर आए दिन प्रताड़ित किया जाता था। इसको लेकर उसे फांसी के फंदे से लटका कर मौत के घाट उतार दिया गया। लड़की की मां मंजू देवी ने दामाद अखिलेश राजभर, उसकी अजिया सांस सोनबरसी, चचेरे ससुर श्रीराम व ननद इंदूमती के खिलाफ दहेज हत्या की तहरीर दी। बाता दे कि मनीषा तीन भाइयों व दो बहनो में सबसे बड़ी थी। उसकी एक डेढ़ साल की बेटी भी है। मनीषा के पिता देवनाथ पूना में क्रेन चलाते हैं। इस संबंधमें क्षेत्राधिकारी विजय आनंद शाही ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। मृतका की मां द्वारा दी गई तहरीर के आधार मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच-पड़ताल शुरु कर दी गई है।

रिपोर्ट: अमित उपाध्याय

गुरुवार, 2 सितंबर 2021

गाजीपुर: बच्चों का भविष्य हो रहा है बर्बाद...नवनियुक्त बीईओ ने ततैया (स्कूल न जाने वाले शिक्षकों) के छत्ते को खोद दिया है

गाजीपुर।नवनियुक्त बीईओ ने ततैया (स्कूल न जाने वाले शिक्षकों) के छत्ते को खोद दिया है, ततैया का छत्ता तो सभी लोग जानते होंगे, कुछ लोग इन्हें बर्रे भी कहते हैं। मक्खी समूह का यह ऐसा जीव है जो देखने में अपने पीले रंग के कारण सुंदर होता है लेकिन ये सुंदर दिखने वाला बर्रे बहुत विषैला होता है और बिना किसी काम का होता है इसके छत्ते से रस भी नहीं निकलता। चालाक लोग अपने आस पास इनको छत्ता बनाने ही नहीं देते। 
    इस ततैया(स्कूल न जाने वाले शिक्षकों) पर नियंत्रण नहीं हुआ तो ये ततैया समूह अपनी कामचोरी और अकड़ से बहुत से बच्चों का भविष्य बर्बाद कर देगा। 
   गाजीपुर सहित पूरे प्रदेश में कोरोना महामारी के कारण वर्षों से बंद पड़े प्राथमिक विद्यालय शासन के आदेश पर 1 सितंबर से खोल दिये गये हैं। सरकार का निर्देश है कि बच्चों को स्कूल जाने और कोरोना संक्रमण से बचते हुए पढाई करने का अच्छा वातावरण बनाया जाय ।  बच्चों के अभिभावकों सहित माता-पिता ये सपने बुन रहे हैं कि अब उनके लाडले स्कूल जाकर मास्टर साहब लोगों से पढ़ेंगे - लिखेंगे और संस्कार तथा अनुशासन की शिक्षा प्राप्त कर अपना भविष्य उज्जवल बनाने की ओर कदम बढ़ायेंगे। लेकिन उनके सपनों को चकनाचूर करने का काम कर रही है शिक्षक संगठनों की कथित भ्रष्टाचार की राजनीति। पिछले एक महीने से शिक्षक नेता और बीईओ आपस में एक दूसरे पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे हैं।
       अभी दो माह पहले ही नौकरी पाये युवा बीईओ रमेश श्रीवास्तव कह रहे हैं कि कुछ शिक्षक नियमित स्कूल नहीं जाते हैं और जब मैं नियमित करने का प्रयास करता हूँ तो मेरे विरूद्ध मेरे ही आफिस के कर्मचारियों को मिलाकर षड़यंत्र कर झूठे और मनगढंत आरोप लगाया जा रहा है। मैने कुछ शिक्षकों से स्कूल न जाने के सम्बंध में स्पष्टीकरण मांगा, तो शिक्षक नेता का करीबी और मेरे आफिस का कर्मचारी शिवाजी सिंह बिना पत्रांक संख्या और डेट डाले कारण बताओ नोटिस शिक्षकों को भेज दिया। और फिर उसी आधार पर मुझपर अनर्गल आरोप लगाया जा रहा है। जबकि 
 शिक्षक संगठन के नेता अनंत सिंह का कहना है कि बीईओ की भाषा अमर्यादित है तथा जानबूझकर पैसा दोहन करने के लिए स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति चेक करते हैं।  सुनने में आ रहा है कि दोनों मामलों की जांच भी हो रही है। कोइरीपुरवा गांव के लोग कह रहे हैं कि प्रधानाध्यापक अनंत सिंह की जांच करने वाली कोई टीम अभी तक गांव के लोगों से नहीं मिली है। अनंत सिंह के स्कूल न जाने की जानकारी जांच टीम किससे कर रही है, पता नहीं। 
      लोगों का कहना है कि इन लोगों के इस घटिया और घिनौनी राजनीति में गरीब वर्ग के लोगों के प्राथमिक विद्यालय के बच्चों का भविष्य बर्बाद हो रहा है।
   *सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों के बारे में करंडा के लोगों से पूछने पर अधिकांश लोग शिक्षकों के स्कूल न आने तथा स्कूल पहुंचने के बाद भी बच्चों को ठीक से "न" पढ़ाने का आरोप लगा रहे हैं। कुछ लोगों में तो इतना गुस्सा है कि वो 20 % शिक्षकों को छोड़ बाकी के बारे में बहुत ही क्रोध में नकारात्मक प्रतिक्रिया दे रहे हैं।*  वहीं शिक्षक और उनके परिवार से जुड़े कुछ लोग बीईओ पर भी अपशब्दों का प्रयोग करने का आरोप लगा रहे हैं।
    *कुल मिलाकर यही कहा जा रहा है कि भ्रष्ट और निकम्मे शिक्षकों तथा उनपर नकेल कसने का प्रयास करने में धनउगाही के आरोपी नये नवेले बीईओ रमेश श्रीवास्तव की लड़ाई में बच्चों का भविष्य बर्बाद हो रहा है।*

रिपोर्टर - अमित उपाध्याय

*महिला सिपाही ने खाया जहर, ससुराल वालों पर लगाया दहेज का आरोप*

उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में ससुराल वालों की प्रताड़ना से परेशान होकर डायल 112 में तैनात महिला सिपाही ने बृहस्पतिवार  की प्रातः जहर खा लिया। हालत बिगड़ने पर उसे उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।

जानकारी के अनुसार, सरायलखंसी थाना क्षेत्र के सलाहाबाद बचौना गांव निवासी गोविंद चौहान की पत्नी सुधा सिंह चौहान को प्रातः 10 बजे के करीब जिला अस्पताल में जहरीला पदार्थ का सेवन करने के बाद उपचार के लिए लाया गया। सुधा ने आरोप लगाया कि ससुराल वाले पैसे के लिए काफी समय से परेशान कर रहे थे। आए दिन मारपीट करते हैं, पुलिस में रिपोर्ट करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।

उसने बताया कि वह एक साल से परेशान चल रही है। उसे एक बार मारपीट कर घर से भगा दिया गया था। आरोप लगाया कि बृहस्पतिवार की सुबह उसके ससुराल वालों ने उसे मारने के लिए घेर लिया था।
जिसके बाद उसने अपनी जान देने के लिए जहरीला पदार्थ का सेवन कर लिया। उसकी हालत बिगड़ने पर उसके इलाज के लिए तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उसका उपचार चल रहा है। वहीं इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक त्रिभुवन नाथ त्रिपाठी ने बताया कि महिला सिपाही जिला अस्पताल में भर्ती है। घटना के संबंध में जानकारी लेकर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

रिपोर्टर- विशाल गिरि

कार की टक्कर लेकिन बाल-बाल बचे लोग

(दुल्लहपुर)गाजीपुर। स्थानीय थाना क्षेत्रांतर्गत अमारी रेलवे क्रासिंग पर शुक्रवार की देर रात एक तेज रफ्ता...